विभाजन की विभीषिकाओं को याद कर भाजपाइयों ने निकाली मौन पदयात्रा, देश विभाजन की पीड़ा का उदगार कर भावुक हुए डिप्टी CM अरुण साव
1 min read

विभाजन की विभीषिकाओं को याद कर भाजपाइयों ने निकाली मौन पदयात्रा, देश विभाजन की पीड़ा का उदगार कर भावुक हुए डिप्टी CM अरुण साव

भारतीय जनता पार्टी ने 14 अगस्त के दिन को विभाजन विभीषिका दिवस का नाम देकर देश के बंटवारे को सर्वथा अनुचित ठहराते हुए मौन रह कर पदयात्रा की , डिप्टी सीएम अरुण साव की अगुवाई में हुए इस कार्यक्रम में विभाजन काल की भयावहता पर आधारित गोष्ठी का आयोजन कर लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान से सी एम डी महाविद्यालय चौक तक मौन जुलूस निकाली गई इस दौरान पूरे यात्राकाल में हाथों में तिरंगा ध्वज थामें भाजपा कार्यकर्ताओं ने मौन धारण कर  देश विभाजन के निर्णय का प्रतिकार किया इस अवसर पर बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा अभिकरण के अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी बिलासपुर महापौर पूजा विधानी जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी नगर निगम सभापति विनोद सोनी जिलाध्यक्ष मोहित जायसवाल दीपक सिंह रामदेव कुमावत महामंत्री यश मनहर सोमेश तिवारी जनक देवांगन प्रदीप कौशिक कार्यक्रम के संयोजक कृष्ण कुमार कौशिक सहित जिला भाजपा पदाधिकारी कार्यकर्ता शामिल हुए गोष्ठी का प्रस्तावना वाचन छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा अभिकरण के अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी ने किया

अंग्रेजों ने देश की सत्ता लोलुप शक्तियों से मिलकर रचा विभाजन का षडयंत्र देश-अरुण साव

विभाजन विभीषिका पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ शासन में डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि विभाजन अंग्रेजों द्वारा सोची समझी साज़िश का नतीजा है जब उन्हें लगा कि भारत को और अधिक दिनों तक गुलाम बना कर दोहन करना सम्भव नहीं है तब उन्होंने देश के भीतर सत्तालोलुप लोगों से साठगांठ कर इस देश को दो टुकड़ों में बांटने के षड्यंत्र  को अंजाम दिया इस कृत्य में कांग्रेस पार्टी और मुस्लिम लीग की भूमिका को नज़र अंदाज नहीं किया जा सकता जो मानव इतिहास के सबसे बड़ी विभीषिकाओं में से एक है डिप्टी सीएम ने अपनी बात जारी रखते हुए बताया बंटवारे में जो लाखों लोग मार दिए गए लाखों महिलाओं और बच्चियों के साथ  दुष्कर्म जैसे घिनौना कृत्य हुआ लोग अपने मकान अपनी संपति से बेघर कर दिए गए देश भर में रक्तपात का तांडव हुआ जिसे याद कर आज भी रूह कांप जाती है और इस दुर्दशा के जिम्मेदार सिर्फ अंग्रेज ही नहीं अपितु देश के भीतर बैठे सत्तालोलुप अलगाववादी ताकतें भी हैं जिन्होंने विभाजन के निर्णय को स्वीकार किया उन्होंने कहा कि आज भी विभाजनकारी तत्व देश के भीतर सक्रिय हैं देश की कुछ प्रमुख विपक्षी पार्टी आज भी देश में अलगाववाद के बीज बोने में लगे हुए हैं देश को उनसे सावधान रहने की जरूरत है वो देश के ऐसे अराजक तत्व हैं जो आज देश के संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम कर देश को अस्थिर करने की कोशिश में लगे हुए हैं ऐसे समय में सभी देशवासियों को सजग रहने की आवश्यकता है ऐसे लोकतन्त्र विरोधी ताकतों का पूरी ताकत से प्रतिकार होना चाहिए जिससे वे अपनी राष्ट्र विरोधी मंशा में कभी सफल न हो सके,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *